मौसम की तरह दोस्त भी बदल जातें है।


कभी कभी जिंदगी में जिंदगी से मुलाकात होती है,
कभी कभी दिल रोता है तो बरसात होती है।
अकेले भीड़ में ना छोड़ के जाओ मुझे दोस्तों,
गुजरे हुए लम्हों से फिर कहाँ मुलाकात होती है।
लोग चले जाते है, अल्फाज चले जाते है,
कुछ लम्हों के साये जिंदगी भर तडपाते है।
मोका कहाँ होता है किसी को अपने पास लाने का,
बीती बातो में दुनिया गवाने को,
वक़्त की सुई से हम भी घूम जातें है।
कभी कभी मौसम की तरह दोस्त भी बदल जातें है।